1. |
Naina
06:55
|
|
||
रांझा रांझा करदीनी में आपे रांझा होई
जिस जोगी नाल जोग लगाया, वोही कीतता रोगी
वोही कीतता रोगी
नैना दे आके लग्गे नी सय्यों वसा
नैना दे आके लग्गे
नैना दे आके लग्गे नी सय्यों वसा
नैना दे आके लग्गे
जे जोगी, जोगी मतवारा
जे जोगी, जोगी मतवारा
हथ विच ईल ललाह दी माला
जे जोगी, जोगी मतवारा
नाम है इस डा कमली वाला
नाम है इस डा कमली वाला
नैना दे आके लग्गे नी सय्यों वसा
नैन दे आके लग्गे
नैना दे आके लग्गे नी सय्यों वसा
नैना दे आके लग्गे
|
||||
2. |
Sitaare
05:25
|
|||
कुछ गर्दिशों में सितारे यही बात करे हैं सारे
और सोच नहीं सकते के वहाँ तलक वो पोंहचे
कैसे
दूर से चमकने वाले आसमान में उजारा डारे
और पास से जा कर देखो आग के सिवाय कुछ भी नहीं है
एक बंजर सा मन है सन्नाटे का शोर है
जो रोशनी दिखे तुम्हे एक झूटा ज़ोर है
हाँ सोचते होंगे वोभी यूँ कब तक अब जले
इस दुनिया के लिए नुमाईश क्यूँ बने
या करम हो मौला
या करम हो मौला
करम हो मौला
या करम हो मौला
या करम हो मौला
करम हो मौला
या करम हो मौला
या करम हो मौला
करम हो मौला
आतीशों की इन्न वादियों में दूरियाँ
बनानी होंगी हिजाब के पीछे वाली
असलियत दिखानी होगी
ख़तम ना होवे
ख़त्म ना होवे एसी काहानी
सुनानी होगी
एक बंजर सा मन है सन्नाटे का शोर है
जो रोशनी दिखे तुम्हे एक झूटा ज़ोर है
हाँ सोचते होंगे वोभी यून कब तक अब जले
इस दुनिया के लिए नमाईश क्यूँ बने
या करम हो मौला
या करम हो मौला
करम हो मौला
या करम हो मौला
या करम हो मौला
करम हो मौला
या करम हो मौला
या करम हो मौला
करम हो मौला
|
||||
3. |
Dil Tere
05:52
|
|||
4. |
Zindagi
06:36
|
|||
इन कगाज़ी टुकड़ों के पीछे हर
शय मखलूक़ को बर्बाद किया
उँचाइयों की चाहहत में मेने
कुछ सही कुछ ग़लतियों को अंजाम दिया
कुछ कर गुज़र जाने के लिए खुद
को ही खुद से बदनाम किया
अपनी खुशी की खातिर कितनी
खुशियों को बेबाक़ कीया
ज़िंदगी का ये माजरा क्या है
बंदगी का ये सिलसिला क्या है
ज़िंदगी का ये माजरा क्या है
इंसान हैं हम इंसान थे वो भी
जिनके ाश्क़ों बहने दिया
क्यूँ शोर बरपाया है सुकूँ में कैसा
ये तुमने माहौल किया
ये गंगा तीरथ क्या है
जब मेले से मॅन को ना साफ कीया
झूटी तौबा से अच्छा तो काफ़िर
है जिसने कफ्र कहा
ज़िंदगी का ये माजरा क्या है
बंदगी का ये सिलसिला क्या है
ज़िंदगी का ये माजरा क्या है
बंदगी का ये सिलसिला क्या है
कोई तो मिले इतना बता दे मुझ को
कोई तो सही रसता दिखा दे
अरसा हुआ भटके हुए है मुझको
इस राह पे लौव कोई जलादे
जलादे जलादे
ज़िंदगी का ये माजरा क्या है
बंदगी का ये सिलसिला क्या है
ज़िंदगी का ये माजरा क्या है
बंदगी का ये सिलसिला क्या है
|
||||
5. |
Laage Re
05:50
|
|||
6. |
Pehchaan
05:23
|
|||
बन्दा बन्दे सा ना रहा क्यों यहाँ
केसी उलझन में आ पड़ा
कहलाे आदत कहलाे गुनाह तुम सदा
हल ईसका भी कभी अऐगा
अपनी ही धुन में क्यों रहे हम भला
केसा यह लम्हा अाया था
बस पेहले हर्फ़ में हे छुपा ख़ुश ज़ायक़ा
ऐसा मुझको ही क्यों लगा
क्या है ये अंजान सी इक जगह
बस धुआँ ही धुआँ सा लग रहा
क्या है ये दीवानगी समझू ना
मुझसे मेरी पहचान तो लीजे ना
चुप करके करते हैं गुज़ारा यहाँ
सच कोई सुन ना पाएगा
सूरत जो अच्छी तो मिली अब भला
सीरत ना अच्छी पाएगा
इन लफ़्ज़ों का दौर जो ख़तम अब हुआ
ऐसा मुझको ही क्यों लगा
क्या है ये अंजान सी इक जगह
बस धुआँ ही धुआँ सा लग रहा
क्या है ये दीवानगी समझू ना
मुझसे मेरी पहचान तो लीजे ना
बुगज़ी दिलों को बना कर रखा क्यों
जो तन्हा ना चल पाएगा
बातें ज़ुबान से निकाली क्यों ऐसी
जो खुद ही ना सुन पाएगा
|
||||
7. |
Jogiya
05:15
|
|||
8. |
Qalandar
04:58
|
|||
9. |
Adi & Suhail New Delhi, India
Adi and Suhail’s musical aesthetic is rooted in simple yet powerful songwriting. The dynamic chemistry of the duo transcends
the boundaries of predictability with its experimental and ever evolving sonic footprint.
For Bookings, please contact: Anirudh Voleti | anirudh@oml.in | +91-9920422203
For Press, please contact: Ruhi Batra | Ruhi@littlebignoise.in |
... more
Streaming and Download help
If you like Adi & Suhail, you may also like:
Bandcamp Daily your guide to the world of Bandcamp